माँ सरस्वती
विद्या दायिनी, ज्ञान की देवी
तुम्हे हमारा शत-शत नमन।
माँ सारदा, हंसवाहिनी
कई नामों से पूजे हम।
हम विद्यार्थियों को सबसे प्यारा,
है सरस्वती पूजा का त्योहार निराला।
शुरू हुआ वसंत का मौसम
तैयारी में जुट गए हम।
चाहे आलय या विद्यालय
महाविद्यालय या विश्वविद्यालय
पूजा तुम्हारी हर जगह होती है
तुमसे जलती ज्ञान की ज्योति|
वसंत ऋतु की तिथि पंचमी,
थोड़ी सर्दी, थोड़ी गर्मी
चारों तरफ छाई हरियाली
शृंगार करें सब साथी-सहेली
बड़ी सुंदर है तुम्हारी मूरत
तुम्हें देख खिली सबकी सूरत।
श्वेत, केसरिया रंग तुम्हे भाए
वीणा तुम्हारे हाथ में सोहे।
यू तो पूजे तुम्हे हम हर दिन,
पर कुछ खास है आज का शुभ दिन।
बसती हो तुम हम सब के मन
तुम्हे हमारा शत-शत नमन।
श्वेता झूरिया
सहकारी शिक्षयित्री
आनंद हिन्दी एम.ई स्कूल
शिक्षाखंड-कररा
चित्रण : तन्द्रा दे
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