header ads

হিন্দী কবিতা, गुणोत्सव, मालव्य दास


 गुणोत्सव


उत्साह उमंग से भरा गुणोत्सव
सजने सवरने को तैयार
आज हर विद्यालय प्रांगण
समाज की भागिदारी व
शिक्षक विद्यार्थियों की प्रयास से
बच्चों की होगी निरंतर सतत विकास
करे निपुण भारत का निर्माण...
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का होगा
शुरुआती आकलन...
लिखना पढ़ना अब नहीं रहेंगा
काला अक्षर भैंस बराबर...
इतिहास लिखने को आया
उम्मीदों की गुणोत्सव...


मालव्य दास
हिंदी शिक्षक
छमरीया हाईस्कूल
शिक्षा खंड : छमरीया, कामरूप

Post a Comment

0 Comments