साइकिल का विकास और महत्व
हमारी साथी
पर्यावरण की यारी
स्वास्थ्य की दुलारी
बिना पेट्रोल डीजल की
कम खर्च वाली
सरल, किफायती, स्वच्छ
भविष्य सुरक्षित बनानेवाला
हमसफर है साइकिल।
साइकिल एक सरल, सस्ती, स्वच्छ और पर्यावरणीय रूप से स्थायी परिवहन का साधन है। साइकिल, घूमने का एक पर्यावरण अनुकूल तरीका है।
साइकिल का इतिहास लगभग ६००(600)साल पुराना है। साइकिल मानव ऊर्जा को गतिशीलता में बदलने के लिए तैयार किए गए सबसे कुशल साधनों में से एक है। परिवहन, मनोरंजन, और खेलकूद के लिए आज साइकिल का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। इसके अलावा दुनिया भर में लोगों और सामानों को उन क्षेत्रों में ले जाने के लिए साइकिल आवश्यक हैं जहाँ कुछ ऑटोमोबाइल नहीं कर सकते हैं।
दुनिया की पहली साइकिल एक लकड़ी की साइकिल है जिसे १८१७(1817)में कार्ल वांन ड्रेस नाम के एक जर्मन अविष्कारक ने पहली साइकिल का अविष्कार किया था। शुरुआती साइकिल में कोई पैडल नहीं था, इसका फ्रेम एक लकड़ी का बीम था और साइकिल में लोहे के रिम और चमड़े से धके टायर के साथ लकड़ी के दो पहिये थे। यूरोप में १९(19)वीं शताब्दी में पेश किया गया।
भारत में पहली साइकिल अंग्रेजो द्वारा १८९०(1890)के दशक में लाया गया था।
आधुनिक साइकिल के अविष्कार १८३९(1839)में स्कॉटलंड अविष्कारक किर्क पेट्रोक मैकमिलन द्वारा किया गया था।आधुनिक साइकिल का अविष्कार एक क्रांतिकारी कदम है। मैकमिलन ने आधुनिक साइकिल को पैरों से चलाने योग्य बनाया। इससे पूर्व साइकिल पाँव से धकेल कर चलाया जाता था।
लोगों को साइकिल के प्रति और इसके उपयोग के प्रति जागरूक करने के लिए विश्व साइकिल दिवस की शुरुआत हुई थी।
विश्व साइकिल दिवस का विचार पोलिश अमेरिका का सामाजिक वैज्ञानिक प्रोफेसर लेस्जेक सिबिलस्की द्वारा प्रस्तावित किया गया था। तुर्कमेनिस्तान और अन्य देशों के समर्थन से संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अप्रैल २०१८(2018)में ३(3)जून को विश्व साइकिल दिवस के रूप में घोषित किया।
विश्व में प्रतिवर्ष १० करोड़ से अधिक साइकिल की वीक्री होती है। दुनिया में सबसे अधिक साइकिल का इस्तेमाल चीन में किया जाता है। साइकिल इस्तेमाल करने में भारत दूसरी स्थान पर है। साइकिल का अविष्कार भी मनुष्य की तरह धीरे धीरे प्रारम्भिक रूप से विकसित रूप तक हुआ है।
साइकिल चलाने के कोई फायदे है। साइकिल पर्यावरण अनुकूल साधन हैं जो वायु प्रदुषण और यातायात जाम को कम करती हैं। साइकिल का अधिक उपयोग करने से पर्यावरण साफ होता है।
साइकिल चलना एक उत्कृष्ट व्यायाम है जो ह्रदय, स्वास्थ्य, मांसपेशियों की ताकत और समग्र फिटनेस में सुधार कर सकता है। रोज ३०(30)मिनट से लेकर ६०(60) तक साइकिल चलाने से पेट की चर्बी कम होता है। सुबह के समय साइकिल चलाने से फिटनेस अच्छी होती है। साइकिल चलाने से इम्युन सेल्स संचालित हो जाते है और बीमारी का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। जिन लोगों के घुटनों और जोड़ों में दर्द है उन्हें नियमित रूप से ३०(30)मिनट साइकिल चलानी चाहिए। नियमित रूप से एक घंटा साइकिल चलाने से हमारा दिमाग ज्यादा संचालित होता है। साथ ही दिमाग का शक्ति भी २०(20)% तक बढ़ जाता है।
कोई अन्य परिवहन के साधनों के विपरीत साइकिल सस्ती और सभी लोगों के लिए सुलभ हैं। साइकिल आवागमन छोटे-मोटे काम करने के लिए एक किफायती समाधान प्रदान करती है। साइकिल चलाने से किसी भी तरह का खर्चा नहीं होता है अर्थात पैसे भी बचाया जा सकते हैं।
साइकिल स्वच्छ हवा और कम भीड़ भाड़ में योगदान देती है। एक स्थायी परिवहन प्रणाली जो आर्थिक वृद्धि को बढ़ाव देती है, असामानताओं की कम करती है और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ संघर्ष को मजबूत करती है।
साइकिल अधिक प्रयोग करके हम अपने और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक अधिक टिकाऊ, स्वस्थ और सुलभ भविष्य बनाने की दिशा में काम कर सकते है।
श्री बन्दना शर्मा
सहकारी शिक्षिका
सत्रपरा आइडियल हाईस्कूल
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