विद्यार्थी के व्यक्तित्व विकास में शिक्षक की भूमिका
स्कूल चलें हम, स्कूल चलें हम
देश के विकास में,
एक कदम आगे चलें हम...
अपना व्यक्तित्व विकास करके
विद्यालय के नाम रोशन करें हम...
शिक्षक है मार्ग दर्शक, उनका मान रखेंगे हम...
अपना पूर्ण समर्थन देकर
उन्नति के शिखर पर आरोह करके
स्कूल चलें हम, स्कूल चलें हम ।
शिक्षा विद्यार्थी के व्यक्तित्व विकास की जटिल प्रक्रिया में एक सक्रिय तत्व है । शिक्षा के अभिन्न अंग शिक्षक की भूमिका हमेशा एक सूत्रधार की तरह होती है । नाटक में सूत्रधार जिस तरह सबको संगठित करते हैं उसी तरह शिक्षक अपने विद्यार्थियों को ज्ञान प्राप्त करने और फिर से संगठित करने में सहायता करते हैं ।
शिक्षक विद्यार्थियों का मित्र तथा सहयोगी होने के कारण मार्गदर्शक के रूप में भूमिका अदा करता है । साथ ही विद्यार्थियों में नैतिक मूल्यों का विकास तथा राष्ट्रीय एकता के विकास में भी भूमिका निभाता है । शिक्षक छात्रों की ज्ञान व क्रिया का अधिगम कराने के लिए उचित वातावरण की तैयारी करता हैं । ताकि विद्यार्थी भविष्य में सफलता प्राप्त कर सके। इसके उपरान्त शिक्षक विद्यार्थी के व्यक्तित्व विकास में अहम भूमिका निभाते है। जैसे-
# शिक्षक विद्यार्थियों की योग्यता, रूचि, क्षमता और अभिरूचि के अनुसार शिक्षा प्रदान करता है ।
# शिक्षक विद्यार्थियों के स्तर समझकर उन्हें नई जानकारी सिखाते हैं और अवधारणाएँ बनाते हैं ।
# शिक्षक छात्रों में आत्मविश्वास, आत्म-अनुशासन और पहचान की मजबूत भावना विकसित करते हैं।
# शिक्षक विद्यार्थियों को
आत्म-प्रतिबिम्व और
आत्म-अभिव्यक्ति के अवसर देते हैं ।
# शिक्षक विद्यार्थियों की सहानुभूति, दृढ़ता जैसे गुण विकसित करने में मदद करते हैं ।
लेकिन डिजिटलीकरण की इस युग में शिक्षक को विद्यार्थियों की व्यक्तित्व विकास में बहुत सी समस्या भी होते हैं । आज कल कुछ विद्यार्थी मोबाइल, इंटरनेट में इतनी व्यस्त रहते है कि उन बच्चे सबसे अलग होकर खुद का एक अलग दुनिया बना लेती है । ऐसे विद्यार्थियों के लिए काउंसलिंग की बहुत जरूरत हैं। शिक्षा विभाग का एक अच्छा पहल है कि आज कल पाठ्यक्रम के साथ कैरियर परामर्श की कार्यक्रम भी होता है । ये बहुत लाभदायक है । इसके साथ अगर काउंसलिंग के एक क्लास भी होता तो विद्यार्थियों को शिक्षक द्वारा और अधिक व्यक्तित्व विकास कर सकता है । साथ ही विद्यार्थियों के अंदर जो अपराधबोध का भाव है वों भी कम हो जाएगा ।
अतः विद्यार्थियों के सर्वांगीन विकास में तथा एक बेहतर समाज व राष्ट्र निर्माण में शिक्षक अहम भूमिका निभाते है ।
हिंदी शिक्षिका
बन्दना शर्मा
सत्रपरा आइडियल हाईस्कूल
शिक्षाखंड : रामपुर
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